चंडीगढ़ दिनभर . इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के साथ एसजेवीएन ने संयुक्त उद्यम (जेवी) के गठन के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है।
संयुक्त उद्यम कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास करेगी, जिसमें सौर, पवन, जल और हाइब्रिड विद्युत परियोजनाएं शामिल हैं। कंपनी राउंड द क्लॉक (आरटीसी) पावर की आपूर्ति के लिए बैटरी स्टोरेज और पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट्स जैसे एनर्जी स्टोरेज सिस्टम भी विकसित करेगी। परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली आईओसीएल की रिफाइनरियों, आईओसीएल के अन्य प्रतिष्ठानों को आपूर्ति की जाएगी और ऊर्जा एक्सचेंजों के माध्यम से तीसरे पक्ष को भी बेची जाएगी। एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने कहा कि, दोनों कंपनियां रात –दिन लगातार बिजली की आपूर्ति (आरटीसी) के लिए नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए मिलकर काम करेंगी। संयुक्त उद्यम कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन हाइड्रोजन और अन्य ग्रीन सिंथेटिक ईंधन के उत्पादन में भी उद्यम करेगी।
उन्होंने कहा कि इस संयुक्त उद्यम की परियोजनाओं द्वारा उत्पादित बिजली , आईओसीएल के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में भी मदद करेगी।यह संयुक्त उद्यम , विद्युत क्षेत्र में अग्रणी एसजेवीएन को और आईओसीएल, जो तेल क्षेत्र के प्रमुख प्रतिभागियों में से एक है , को एक साझे मंच पर लाएगा , यह साझेदारी निश्चित रूप से राष्ट्र की विकास गाथा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ।
शर्मा ने उल्लेख किया कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप, अक्षय ऊर्जा के विकास के लिए एसजेवीएन के पास अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य हैं। यह एमओयू एसजेवीएन के नवीकरणीय ऊर्जा के विकास के लक्ष्यों के साथ-साथ आईओसीएल के वर्ष 2046 तक शुद्ध-शून्य परिचालन उत्सर्जन प्राप्त करने के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक कदम होगा।