मोहाल विश्व टी.बी. दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल में जिला स्तर पर एवं जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. आदर्शपाल कौर ने कहा कि क्षय रोग को पूरी तरह से खत्म करने के लिए लोगों का सहयोग बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि उनके घर, मोहल्ले या रिश्तेदार में कोई टीबी के लक्षण वाला व्यक्ति हो तो उसे तत्काल सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में लाकर जांच कराएं। उन्होंने कहा कि टीबी का अचूक इलाज है और यह बीमारी होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। हर सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में डॉट्स सिस्टम के जरिए इसका इलाज बिल्कुल मुफ्त होता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि जब हमारे शरीर की रोगों से लडऩे की क्षमता खत्म हो जाती है, तब टीबी होती है। प्राणघातक रोग होने की संभावना है। यह रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी हो सकता है। पोलियो की तरह इस बीमारी का भी पूरी तरह से खात्मा जरूरी है, इसलिए हम सभी को मिलकर इस बीमारी से लडऩे की जरूरत है.उन्होंने कहा कि अगर किसी को टीबी है. लक्षण दिखाई दें तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक के पास जाएं और जांच कराएं क्योंकि समय पर जांच से बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि दो हफ्ते तक खांसी, वजन कम होना, भूख न लगना, कफ में खून आना, शाम को बुखार आना, थकान महसूस होना, बार-बार पसीना आना टीबी के लक्षण हो सकते हैं।
इस मौके पर माता साहिब कौर व सरस्वती नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने टीबी से संबंधित आकर्षक रंगोली व पोस्टर बनाए। विद्यार्थियों ने नाटक भी किया। सिविल सर्जन ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय भगत, जिला टी. बी। अधिकारी डॉ. नवदीप सिंह, डॉ. परमिंदरजीत सिंह, टी. बी। पार्षद संध्या शर्मा, एनजीओ टी. बी। इम्तियाज अली सहित अलर्ट के अन्य अधिकारी मौजूद थे।